Madhu Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -18-Apr-2022बहाना

 रिवाज तो सब बहाना है,
थोड़ा वक्त हम 
एक दूजे के साथ बिताना है।
जो दूरियां रिश्तो में आई,
आज उन्हें मिटाना है।
रस्मो रिवाज तो सब बहाना है,
थोड़ा वक्त तू मेरे साथ बैठ।
 प्यार के दो  बोल तो बोल,
 क्या रखा है जिंदगी में,
 थोड़ा वक्त मेरे लिए छोड़।
 माना जिम्मेदारियां बड़ी हैं,
 कहता नहीं तू मुझसे सनम।
 समझती हूं सब तेरी निगाहों से,
 साथ हूं मैं तेरे हर कदम।
 बस कभी दो शब्द प्यार के तो बोल।
 बिछाऊँ पलके कसम से सनम।
 तेरी हर मुश्किल की ढाल बनूं हरदम,
 अर्धांगिनी हूं मैं तेरी।
 चाहूं ना कुछ भी तुझसे सनम।
 सनम दो पल मेरे लिए रख,
 सकून से कांधे पर सर रख।
 थकान मिटा दूं मैं अपनी।
 बस मुस्कुराहट से मेरी ओर देख,
 अभी हंसकर तुम मुझसे ,
 प्यार के दो शब्द बोल।।
 पलकों की छांव में रहने दे
 बस थोड़ा प्यार भी कभी कहने दे।।
             रचनाकार ✍️
             मधु अरोरा
प्रतियोगिता के लिए

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7 Comments

Seema Priyadarshini sahay

20-Apr-2022 04:33 PM

बेहतरीन

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Shnaya

19-Apr-2022 04:34 PM

Very nice 👍🏼

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Abhinav ji

19-Apr-2022 08:56 AM

Nice👍

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